बाबा कीनाराम के कुआँ का अमृत जल !! अमृत धारा से दूर कर सकते हैं कई बीमारियां ये बाबा कीनाराम की औषधि है !!!! 🙏 जय बाबा की कीनाराम
बाबा किनाराम के कुआ की कहानी
बाबा किनाराम जी महाराज के बारे
मे अब तक बहुत सी बाते हो चुकी है । अब मैं जो बात बताने जा रहा हु वो बाबा किनाराम
मंदिर रामगढ़ की सबसे बड़ी विशेषता मे से एक है। जो रामगढ़ गाँव को बाबा किनाराम के सभी
आश्रम से अलग स्थान दिलाती है ।
बाबा किनाराम के द्वारा स्थापित
कुआ
इस कुआ की अलग अलग कहानी जनमानस
मे व्याप्त है लेकिन यहा मैं सबसे फ़ेमस कहानी बताने जा रहा हु जो की किनाराम बाबा के
कुआ के बारे मे है
गोइठे से बना है ये कुआ
यह कुआ कब बना था इसके डेट की
सटीक जानकारी नहीं है पर यह कुआ आज भी है ये बात बिलकुल सही है। इस कुआ मे 4 दरवाजे
है जिसकी अलग अलग कहानी एवं विशेषता है। कहा जाता है की जब इस कुए का निर्माण हो रहा
था तब ईट की कमी हो गई थी। और किसी को कुछ समझ मे नहीं आ रहा था कि अब क्या किया जाय
तो बाबा किनाराम जी ने ईट कि जगह गोइठा का प्रयोग करके इस कुए का निर्माण कराया था
और जब कुआ बनाकर तैयार हो गया तो उन्होने अपने सोटे के द्वारा उसे छूकर सारे गोइठे
को ईट मे बादल दिया था। बाबा किनाराम जी के द्वारा स्थापित ये कुआ का जल लोगो के उपचार
का कार्य कर रहा है।
108 तीर्थों का जल समाहित है
इस कुए मे
एक और कहानी जो इस कुए कि महानता
मे चार चाँद लगाती है वो मैं बताने जा रहा हु कहाँ जाता है कि कुए के निर्माण से पहले
बाबा किनाराम जी ने लगभग 108 तीर्थों कि यात्रा कि थी। उन सभी यात्राओ मे बाबा किनाराम
जी ने सभी जगह से पवित्र जल अपने लोटे मे एकत्र किया था और जब ये कुआ बनकर तैयार हो
गया तो बाबा किनाराम जी ने सभी पवित्र जल को इसमे डाल दिया था जो अगर आप ने जीवन मे
कभी किसी भी पवित्र जगह कि यात्रा न कि हो और केवल बाबा किनाराम रामगढ़ कि यात्रा करके
बाबा किनाराम जी द्वारा स्थापित इस कुए के जल को ग्रहण करते है तो आप को सभी 108 तीर्थों
का पुण्य मिलेगा।
बाबा किनाराम जी के द्वारा इसी
कुए मे कूदकर कृन कुण्ड मे निकलने कि कहानी
एक और कहानी जो जन मानस मे फ़ेमस
वो है बाबा किनाराम जी के द्वारा जल विहार कि कथा। बाबा किनाराम जी महाराज के बारे
कहा जाता है कि वो स्वंम महादेव के अवतार थे तो उनके बारे मे जो कुछ भी कहा जाय वो
कम ही है। बाबा किनाराम कि महानता को बताना तो हमारे कि संभव नहीं है लेकिन उनके द्वारा
किए गए चमत्कार के बारे मे लिखने मे भी बड़ा मजा आता है।
अंतिम बार बाबा किनाराम जी महराज
जब रामगढ़ से गए तो वे इसी कुए के मार्ग से गए थे। उन्होने जन मानस के सामने इसी कुए
मे प्रवेश किया और कृन कुण्ड वाराणसी मे प्रगत हुवे थे।
एनेको चमत्कार से निर्मित ये
कुवे का जल आज लोगो के लिए औषधि का कार्य करता है। बहुत से रोग इस जल के मात्र स्नान
करने से सही हो जाते है यही कारण है कि इतवार और मंगलवार को विशेष रूप से बहुत लोगो
बाबा किनाराम जी के मंदिर रामगढ़ आते है और बाबा किनाराम का दर्शन पाते है।
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